5 अंजान घटनाएं जब इंसान चांद पर पहुंचा
THE CANVAS Magazine
presented by ATR Institute
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1969 में 20 जुलाई को NASA के अपोलो 11 मिशन में इंसान पहली बार चांद पर उतरा था। इस मिशन से जुड़ी कुछ ऐसी घटनाएं भी हैं जो ज्यादातर लोगों को नहीं पता। आज हम ऐसी ही 5 घटनाओं के बारे मेें जानने वाले हैं।
5.जगह तय करने में NASA कि गलती
4.चांद की गंध
अंतरिक्ष यात्रियों के लिए चंद्रमा की गंध कुछ अलग थी नील आर्मस्ट्रांग कहते हैं कि यह राख की गंध की तरह था। बज़ एल्ड्रिन का कहना है कि यह जले हुए पटाखे के धुएँ की तरह था अब आप सोच रहे होंगे कि स्पेस सूट पहने हुए उन्होंने चांद को कैसे सूंघा। जब उन्होंने अंतरिक्ष यान में प्रवेश किया और अपने हेलमेट खोले तो उन्हें इसकी गंध आ गई। अंतरिक्ष यान का दरवाज़ा खुला होने की वजह से चंद्रमा की गंध अंतरिक्ष यान में फैल गई थी।
3.दरवाजा खुला रखना था
जब आर्मस्ट्रांग और एल्ड्रिन अंतरिक्ष यान से बाहर निकले और चंद्रमा पर उतरे, तो उन्हें इस बात का ध्यान रखना था कि वे खुद को विमान के बाहर से लॉक न करें। क्योंकि जहाज के दरवाजे के बाहर की तरफ से कोई हैन्डल नहीं था, अगर वे इसे बाहर से बंद कर देते, तो वे इसे वापस नहीं खोल पाते और फिर बाहर चाँद पर ही अटक जाते।
2.दुनिया कि पहली हैंड ड्रिल का इस्तेमाल चांद पर
चांद की सतह पर झंडा लगाना उतना आसान नहीं है जितना लगता है। वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष यात्रियों से कहा था कि चांद की सतह नरम होगी। लेकिन जब वे चंद्रमा पर उतरे, तो उन्होंने पाया कि सतह पर नरम धूल की पतली परत थी लेकिन उस धूल के नीचे कंक्रीट जैसी बहुत कठोर सतह है।
1.वापसी में गड़बड़ी
जब अंतरिक्ष यान चंद्रमा पर उतरा तो उसका सर्किट ब्रेकर स्विच गलती से टूट गया था। धरती पर लौटने के लिए स्विच महत्वपूर्ण था। ढाई घंटे तक कंप्यूटर से चेष्टा करने के बाद जब काम नहीं बना तब अंतरिक्ष यात्री ने स्विच में अपनी कलम को डाल दिया जिससे काम बन गया और बाद में अंतरिक्ष यान पृथ्वी पर लौटने के लिए तैयार हो गया।
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